रवि धवन, पानीपत। Hanuman Jayanti 2020: किसी भी युद्ध को जीतने के लिए शारीरिक बल से कहीं अधिक आत्मबल की आवश्यकता होती है। कोरोना से युद्ध में हमारा आत्मबल मजबूत रहेगा तो जीत तय है। सो, आत्मबल को मजबूती देने लिए पानीपत से शुरू हुआ हनुमान चालीसा पाठ का अभियान, देश के विभिन्न राज्यों से होते हुए ऑस्ट्रेलिया और लंदन तक पहुंच गया है। कल हनुमान जयंती पर घर-घर में हनुमान चालीसा का पाठ कर संकटमोचन से प्रार्थना की जाएगी कि हे पवनपुत्र कोरोना संकट से मुक्ति दिलाएं। पानीपत से चली इस मुहिम में देश-विदेश के हजारों लोग जुड़ चुके हैं। यहां पहले से ही कुछ हनुमान भक्त मिलकर रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करते थे।
कोरोना संकट और लॉकडाउन के बाद इसे टेलीकॉन्फ्रेंस के माध्यम से मिलकर करने लगे। इस ग्रुप का विस्तार एक-दूसरे से होते हुए देश-विदेश में बसे जान-पहचान के लोगों तक होता रहा। फिर सभी ने ठाना कि आठ अप्रैल को हनुमान जयंती पर 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ कर कोरोना संकट से मुक्ति की प्रार्थना की जाएगी। विदेश में बसे भारतीय भी वाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से इस अभियान को गति देने में जुट गए। लंदन में डॉ. खुराना, सिडनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर नीतिश जैन के साथ सैकड़ों भारतीय हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। जनता कफ्र्यू के दिन भी सामूहिक पाठ किया गया था, यह प्रयोग सफल रहा।
लंदन में रहने वाले खुराना परिवार के मुखिया डॉ. देवेंद्र ने बताया कि यहां भी लॉकडाउन है। घर पर दिन बिताना बड़ी चुनौती थी। अब दिन में दो बार हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। बच्चे साथ बैठते हैं। अब उनकी रूचि बढ़ रही है। बच्चों ने भी वाट्सएप और फेसबुक से आसपास की कॉलोनी में रह रहे भारतीयों को हनुमान चालीसा पाठ करने के लिए प्रेरित करना शुरू कर दिया। यहां तक कि विदेशी मित्र भी इसमें रुचि ले रहे हैं।
Posted By: Sanjay Pokhriyal